ईष्वर किसी की तभी मदद करता है जब वह पूरे ध्यान योग से अपने कर्मपथ पर बढ़ता हुआ कार्यक्षेत्र में सक्रिय बना रहता है। अर्थात जीवन के महत्वपूर्ण मोड़ पर ईष्वर की भक्ति के साथ-साथ कार्यक्षेत्र में एकग्रता बनाए रखना आवष्यक है। इस मास के मध्य तक आपको मिलेजुले नतीजे मिल सकते हैं और आप अपने प्रोफेषन में सुधार के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य को गतिषील बना सकते हैं। कामकाज में देरी होने का असर आपकी आर्थिक स्थिति पर भी पड़ सकता है। वैसे मास के अंत तक आय बढ़ने की उम्मीद है। परिवार में सदस्यों के प्रति जिम्मेदारियां बढ़ी रहेंगी। सुखद और महत्वपूर्ण यात्रा संपन्न होगी। थोड़ा समय रोमांस के लिए निकल आएगा।